

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोलते हुए सवाल उठाया है कि जब गाज़ा की घटनाओं को लेकर कैंडल मार्च निकाले जाते हैं, तब बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हत्याओं, अत्याचारों और धार्मिक स्थलों पर हमलों पर वही विपक्ष मौन क्यों रहता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानवता और मानवाधिकार किसी एक देश या समुदाय तक सीमित नहीं होने चाहिए। दुनिया के किसी भी हिस्से में निर्दोष लोगों पर होने वाला अत्याचार निंदनीय है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा, लूटपाट और मंदिरों को निशाना बनाए जाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, लेकिन तथाकथित मानवाधिकार समर्थकों और विपक्षी दलों की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दिखती।
योगी ने कहा कि यह चुप्पी विपक्ष की चयनात्मक राजनीति को उजागर करती है। यदि वास्तव में मानवाधिकारों की चिंता है, तो फिर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर भी उसी गंभीरता से आवाज उठाई जानी चाहिए, जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर उठाई जाती है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत हमेशा शांति, मानवता और न्याय के पक्ष में खड़ा रहा है, लेकिन किसी भी प्रकार की हिंसा और धार्मिक उत्पीड़न को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि मानवाधिकारों के मुद्दे पर एक समान और निष्पक्ष दृष्टिकोण अपनाया








